ॐ गकाररूपाय नमः
ॐ गंबीजाय नमः
ॐ गणेशाय नमः
ॐ गणवंदिताय नमः
ॐ गणाय नमः
ॐ गण्याय नमः
ॐ गणनातीतसद्गुणाय नमः
ॐ गगनादिकसृजे नमः
ॐ गंगासुताय नमः
ॐ गंगासुतार्चिताय नमः
ॐ गंगाधरप्रीतिकराय नमः
ॐ गवीशेड्याय नमः
ॐ गदापहाय नमः
ॐ गदाधरसुताय नमः
ॐ गद्यपद्यात्मककवित्वदाय नमः
ॐ गजास्याय नमः
ॐ गजलक्ष्मीपते नमः
ॐ गजावाजिरथप्रदाय नमः
ॐ गंजानिरतशिक्षाकृतये नमः
ॐ गणितज्ञाय नमः
ॐ गंडदानांचिताय नमः
ॐ गंत्रे नमः
ॐ गंडोपलसमाकृतये नमः
ॐ गगनव्यापकाय नमः
ॐ गम्याय नमः
ॐ गमनादिविवर्जिताय नमः
ॐ गंडदोषहराय नमः
ॐ गंडभ्रमद्भ्रमरकुंडलाय नमः
ॐ गतागतज्ञाय नमः
ॐ गतिदाय नमः
ॐ गतमृत्यवे नमः
ॐ गतोद्भवाय नमः
ॐ गंधप्रियाय नमः
ॐ गंधवाहाय नमः
ॐ गंधसिंधुरबृंदगाय नमः
ॐ गंधादिपूजिताय नमः
ॐ गव्यभोक्त्रे नमः
ॐ गर्गादिसन्नुताय नमः
ॐ गरिष्ठाय नमः
ॐ गरभिदे नमः
ॐ गर्वहराय नमः
ॐ गरलिभूषणाय नमः
ॐ गविष्ठाय नमः
ॐ गर्जितारावाय नमः
ॐ गभीरहृदयाय नमः
ॐ गदिने नमः
ॐ गलत्कुष्ठहराय नमः
ॐ गर्भप्रदाय नमः
ॐ गर्भार्भरक्षकाय नमः
ॐ गर्भाधाराय नमः
ॐ गर्भवासिशिशुज्ञानप्रदाय नमः
ॐ गरुत्मत्तुल्यजवनाय नमः
ॐ गरुडध्वजवंदिताय नमः
ॐ गयेडिताय नमः
ॐ गयाश्राद्धफलदाय नमः
ॐ गयाकृतये नमः
ॐ गदाधरावतारिणे नमः
ॐ गंधर्वनगरार्चिताय नमः
ॐ गंधर्वगानसंतुष्टाय नमः
ॐ गरुडाग्रजवंदिताय नमः
ॐ गणरात्रसमाराध्याय नमः
ॐ गर्हणास्तुतिसाम्यधिये नमः
ॐ गर्ताभनाभये नमः
ॐ गव्यूतिदीर्घतुंडाय नमः
ॐ गभस्तिमते नमः
ॐ गर्हिताचारदूराय नमः
ॐ गरुडोपलभूषिताय नमः
ॐ गजारिविक्रमाय नमः
ॐ गंधमूषवाजिने नमः
ॐ गतश्रमाय नमः
ॐ गवेषणीयाय नमः
ॐ गहनाय नमः
ॐ गहनस्थमुनिस्तुताय नमः
ॐ गवयच्छिदे नमः
ॐ गंडकभिदे नमः
ॐ गह्वरापथवारणाय नमः
ॐ गजदंतायुधाय नमः
ॐ गर्जद्रिपुघ्नाय नमः
ॐ गजकर्णिकाय नमः
ॐ गजचर्मामयच्छेत्रे नमः
ॐ गणाध्यक्षाय नमः
ॐ गणार्चिताय नमः
ॐ गणिकानर्तनप्रीताय नमः
ॐ गच्छते नमः
ॐ गंधफलीप्रियाय नमः
ॐ गंधकादिरसाधीशाय नमः
ॐ गणकानंददायकाय नमः
ॐ गरभादिजनुर्हर्त्रे नमः
ॐ गंडकीगाहनोत्सुकाय नमः
ॐ गंडूषीकृतवाराशये नमः
ॐ गरिमालघिमादिदाय नमः
ॐ गवाक्षवत्सौधवासिने नमः
ॐ गर्भिताय नमः
ॐ गर्भिणीनुताय नमः
ॐ गंधमादनशैलाभाय नमः
ॐ गंडभेरुंडविक्रमाय नमः
ॐ गदिताय नमः
ॐ गद्गदारावसंस्तुताय नमः
ॐ गह्वरीपतये नमः
ॐ गजेशाय नमः
ॐ गरीयसे नमः
ॐ गद्येड्याय नमः
ॐ गतभिदे नमः
ॐ गदितागमाय नमः
ॐ गर्हणीयगुणाभावाय नमः
ॐ गंगादिकशुचिप्रदाय नमः
ॐ गणनातीतविद्याश्रीबलायुष्यादिदायकाय नमः

॥ इति गणपति गकार अष्टोत्तर शतनामावलि ॥